ताजमहल और उद्योग की
आपस में कब बनी है उनमें तो शुरु से ही
आपस में ठनी है।
जिन उद्यमियों ने ताजमहल बनाया था
बादशाह ने उनकी ही
जिन्दगी में जहर घुलवाया था ।
ताज पर काले धब्बे खुद
शाहजहाँ ने लगाये थे
जब उसने ताज बनाने वाले कारीगरों के
हाथ कटवाये थे।
लेकिन उनके वंशज
अब भी छोटे छोटे
ताजमहल बना रहे हैं और
वक्त के स्वयंभू बादशाहों को
बता रहे हैं कि
उद्यमियों को उजाड़ने से
उद्योग नहीं उजड़ते हैं
पुराने कारखानों की राख पर भी
नये कारखाने बनते हैं।
उनके काव्य संग्रह 'विविधा' से साभार।
आपस में कब बनी है उनमें तो शुरु से ही
आपस में ठनी है।
जिन उद्यमियों ने ताजमहल बनाया था

जिन्दगी में जहर घुलवाया था ।
ताज पर काले धब्बे खुद
शाहजहाँ ने लगाये थे
जब उसने ताज बनाने वाले कारीगरों के
हाथ कटवाये थे।
लेकिन उनके वंशज
अब भी छोटे छोटे
ताजमहल बना रहे हैं और
वक्त के स्वयंभू बादशाहों को
बता रहे हैं कि
उद्यमियों को उजाड़ने से
उद्योग नहीं उजड़ते हैं
पुराने कारखानों की राख पर भी
नये कारखाने बनते हैं।
उनके काव्य संग्रह 'विविधा' से साभार।
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